राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Election Commission of India, ECI) को किस प्रकार “धमकी” दी और आयोग ने किस तरह जवाब दिया। आपको बता दे कि कल राहुल गांधी जी ने इलेक्शन कमीशन को धमकी दी है कि हमारा टाइम आएगा हमारा भी सरकार बनेगा तो हम इन लोगों को छोड़ेंगे नहीं इस विषय में आप लोगों को पूरा डिटेल्स ब्लॉक में है. Affiliate
राहुल गांधी का आरोप और धमकी
1. “एटम बम” वाले सबूत
राहुल गांधी ने दावा किया कि विपक्ष ने छह महीने की अपनी जांच में ऐसा सबूत पाया है जो "एटम बम" की तरह है — जब यह फटेगा तो चुनाव आयोग बच नहीं पाएगा। उन्होंने कहा, “हमारी जांच के पास 100 % पर्वष्ट सबूत हैं जो चुनाव आयोग वोट चोरी में शामिल है” ।
2. अधिकारियों को छोड़ेंगे नहीं
राहुल ने चेतावनी दी कि चुनाव आयोग में (ऊपर से नीचे तक) जो भी गड़बड़ी में शामिल हैं, चाहे रिटायर हो जाएँ, उन्हें छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने इसे “देशद्रोह” तक बताया ।
3. लोकसभा चुनाव में धांधली—15 सीटें गड़बड़ाई गई
2 अगस्त को राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि हाल की लोकसभा चुनाव प्रक्रिया “मृत” हो गई है। उनके अनुसार कम से कम 15 सीटों पर गड़बड़ी की गई और चुनाव प्रणाली पूरी तरह से प्रभावित हुई है ।
4. पीच‑अलंकरण अस्वीकार
उन्होंने यह भी कहा कि यदि आयोग को लगता है कि उसकी रक्षा हो जाएगी, तो यह गलतफहमी है। उन्होंने पहले भी कहा था कि अगर आयोग के अधिकारी “बच जाएंगे” तो यह गलतफहमी है ।
5. इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट की मांग और हलफनामा (affidavit)
हाल ही में एक Bengaluru रैली में राहुल गांधी ने आरोपों की पुष्टि के लिए चुनाव आयोग से ई–वोटर लिस्ट की पूरी जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने संसद में शपथ ली है—उसी शपथ की जवाबदेही से यह वचन दिए गए हैं ।
6. मत चोरने के 5 तरीके और प्रमाण
7 अगस्त को उन्होंने पांच तरीकों से “वोट चोरी” होने के प्रमाण बताए और दावा किया कि कांग्रेस के पास ऐसे सबूत हैं जो इसे साबित करते हैं ।
चुनाव आयोग का करारा जवाब.
चुनाव आयोग ने भी करारा जवाब दिया है राहुल गांधी को कि यह जो सारी बातें बता रहे हैं यह जो सारी बातें कर रहे हैं यह इनकी सरकार में ना आने के कारण बहुत ही क्रोधित हो गए हैं उनकी सरकार बहुत स्टेट में नहीं बन रही है उसे चक्कर में यह बौखला गए हैं चलिए बताते हैं
1. आरोपों की तुच्छता
आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को आधारहीन और निराधार बताया और यह माना कि ये अनदायी और “अप्रतिकारी भाषा” (undignified, undemocratic) में दिए गए बयान हैं ।
2. पत्राचार पर जवाब नहीं दिया गया.
चुनाव आयोग ने बताया कि उन्होंने राहुल गांधी को 7 जून के लेख के जवाब में 12 जून को एक मेल/पत्र भेजा, पर उन्होंने न तो इसका जवाब दिया न मिलने का अनुरोध किया। आयोग ने कहा कि यदि कोई शिकायत है, तो लिखित में भेज सकते हैं—लेकिन कोई ऐसा नहीं आया ।
3. अधिकारियों से “गैर‑ज़िम्मेदाराना बयानों” को अनदेखा करने का आग्रह
आयोग ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इन तरह के “निराधार” और “धमकी जैसे” बयानों पर ध्यान न दें और निष्पक्ष तरीके से चुनाव प्रक्रिया चलाते रहें ।
संक्षेप में स्थिति
पक्ष विवरण
राहुल गांधी चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप, ‘एटम बम’ जैसे पुख्ता सबूत, न्यायिक और राजनीतिक जवाबदेही की मांग, और आयोग को चेतावनी कि दोषियों को नहीं छोड़ेंगे।
चुनाव आयोग आरोपों को निराधार बताया, औपचारिक पत्राचार न किए जाने पर सवाल, और अधिकारियों से सुझाव कि वे इन “धमकियों” को अनदेखा करें।
disclaimer.. यह सोशल मीडिया से लिया गया है
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