सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार कहा सबूत हो तो दिखाओ

 


सुप्रीम कोर्ट द्वारा 4 अगस्त 2025 को राहुल गांधी के उस विवादित बयान पर क्या कहा गया, इसका पूरा विवरण. राहुल गांधी जो विपक्ष के नेता है वह हमेशा कहते रहते हैं भारत का 2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जो है वह चीन कब्जा कर लिया है अरुणाचल प्रदेश में उसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रहे थे और कुछ दिन दो दिन पहले ही राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा फटकार लगाई गई कि आपको सबूत दिखाइए कि चीन ने 2000 किलोमीटर वर्ग में कब्जा कर लिया है अगर आप सबूत नहीं दिखा सकते आपको कहने का कोई अधिकार नहीं है मामला क्या है चलिए समझते हैं


और हां आजकल राहुल गांधी जो इलेक्शन कमीशन को ऊपर सवाल उठा रहे हैं वह भी एक मिथ्या है सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे पर मोहर लगा दिया है कि यह जो बोल रहे हैं बहुत ही गलत बोल रहे हैं किसी के पास अभी कोई सबूत नहीं है कि यह चोरी से डाटा कलेक्ट करते हैं या छोरी से फर्जी और दिलवाते हैं ऐसा कुछ भी नहीं है यह जो बोल रहे हैं यह बिना दावे के बोल रहे हैं अगर इनके पास कोई दवा है तो पेश करें . Affiliate 


मामला क्या है?


राहुल गांधी ने दिसंबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दावा किया था कि "चीन ने भारत के लगभग 2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जवानों का ज़ख्मी या अपमानित किया जा रहा है" । इस तक़रीबन दावे के आधार पर लखनऊ में एक मानहानि का मामला दर्ज हुआ, जिसके खिलाफ राहुल गांधी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी, लेकिन उस याचिका को खारिज कर दिया गया ।


सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?


1. “एक सच्चा भारतीय ऐसा नहीं कहेगा”

सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी से कहा:


"आपको कैसे पता चला कि चीन ने 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया?"


"यदि आप एक सच्चे भारतीय होते, तो ऐसा बयान नहीं देते" ।


2. संसद में क्यों नहीं उठाया?

कोर्ट ने सवाल पूछा कि जब यह एक गंभीर राष्ट्रीय मुद्दा है, तो यह संघर्ष संसद जैसे संवैधानिक मंच पर क्यों नहीं उठाया गया — सोशल मीडिया या मीडिया माध्यम से क्यों? ।

3. मानहानि की कार्यवाही पर रोक

कोर्ट ने कहा कि इस टिप्पणी को लेकर चल रही मानहानि की कार्यवाही (समन आदेश) को फिलहाल रोका जाए 

राहुल गांधी के दावे का आधार क्या था?


कांग्रेस ने कोर्ट में राहुल गांधी के दावे के पीछे ये तीन आधार प्रस्तुत किए हैं:


स्थानीय जानकारी: लेह-लद्दाख में लोगों ने बताया कि वे अब गलवान पूर्व की सीमा तक नहीं जा सकते; वह इलाका अब चीनी नियंत्रण में है।


बीजेपी सांसद का बयान: संसद में एक बीजेपी सांसद ने भी चीन के कब्जे की बात कही थी।

रिटायर्ड सेना अधिकारियों के गवाह: लेह में सेवा कर चुके पूर्व सेना अधिकारियों ने बताया कि पहले कहाँ से पेट्रोलिंग होती थी, वह अब संभव नहीं, क्योंकि उस इलाक़े पर नियंत्रण नहीं रहा ।


संक्षेप में स्थिति:

राहुल गांधी ने चीन के विरुद्ध “2000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा” का दावा किया, जिसने मानहानि का मामला जन्म लिया।


सुप्रीम कोर्ट ने इस दावे की प्रमाणिकता पर सवाल उठाए, “सच्चा भारतीय” निहितार्थ का उपयोग किया तथा कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण सवाल संसद में उठाने चाहिए थे।


साथ ही, कोर्ट ने मानहानि के समन आदेश पर रोक लगाई दी।


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