प्रयागराज (Allahabad)* जिले में 2025 की बाढ़ कि स्थिति हुई खराब

 




*प्रयागराज (Allahabad)* जिले में 2025 की बाढ़ की स्थिति .


--- प्रयागराज से लेकर कई जिला में बाढ़ से गंगा नदी उत्पन्न पर है तो बाढ़ से बहुत ज्यादा हालत खराब है

Affiliate

## 🌊 बाढ़ की स्थिति — प्रयागराज में (सितंबर–अगस्त 2025)


### ▪️ मानसून की मार और नदी का उफान


* **गंगा और यमुना नदीें** खतरनाक स्तर से ऊपर बह रही थीं। जलस्तर में गिरावट आई है, लेकिन दोनों नदी अब भी लगभग **1 मीटर ऊपर खतरनाक निशान** पर बने हुए हैं। 

* इलाकों जैसे **Chhota Baghada, Karela Bagh, Rasulabad, Phaphamau** आदि पूर्णतः जलमग्न थे। 


### ▪️ जीवन पर असर और लोग विस्थापित


* रिपोर्ट के अनुसार, Prayagraj में अकेले लगभग **60,000 लोग विस्थापित** हुए, पूरे उत्तर‑प्रदेश में लगभग **84,000 प्रभावित** हुए। ([The Logical Ind

* नदी के पानी का बहाव घरों, मंदिरों और सड़कों में घुस गया था, जिससे कई लोग नाव से ही बच निकले। 

# ▪️ अंतिम संस्कारों पर प्रभाव


* **Rasulabad, Daraganj, Phaphamau घाट** सहित 25+ घाट डूब गए। पारंपरिक अंतिम संस्कार रोक दिए गए और **इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम** की कतारें 4‑5 घंटे तक लगने लगीं। 


 🚑 राहत और बचाव कार्य


# ▪️ टीम‑11 और प्रशासनिक निगरानी


* उत्तर‑प्रदेश सरकार ने **“Team‑11”** गठित की, जिसमें **नंद गोपाल गुप्ता नन्दी** को Prayagraj और आसपास के जिलों का प्रभारी बनाया गया। 

* **Deputy CM केशव प्रसाद मौर्य ने** वायु सर्वेक्षण के साथ-साथ नाव से प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा की। उन्होंने बताया कि यह बाढ़ **2013 से भी गंभीर** है। 

* **Divisional Commissioner विजय विष्वास पंत** ने St. Joseph Girls College में relief camp का दौरा किया, जहां उन्हें राहत शिविरों में खान-पान, चिकित्सा सुविधाएं संतोषजनक मिलीं। ([The Times of India][8])


# ▪️ बचाव ऑपरेशन


* **NDRF, SDRF, PAC**, स्थानीय पुलिस और पंचायत समितियों के साथ **230+ नावें** और **2 मोटरबोट्स** संचालित की गईं ताकि **123 से अधिक स्थानीयताओं** में राहत पहुंचाई जा सके। 


# ▪️ राहत सामग्री एवं चिकित्सा


* राज्य सरकार की ओर से **23 राहत शिविरों** में 8,000+ लोगों को जगह मिली। 

* वितरण में **food packets**, **community kitchens (29 langars)**, **medical, sanitation**, और **fodder** की सुविधाएं शामिल थीं। भूमि पर लगी 6,536 भोजन पैकेट और 76,632 लंच पैकेट वितरित किए गए। 


---


## ⚠️ आपदा के बाद की चुनौतियाँ


* बाढ़ के बाद **सांप**, **संक्रामक रोग**, **कीट‑जनित बीमारियाँ** (मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया) का खतरा बढ़ गया, जबकि अनेक लोग मकान, फर्नीचर जलभराव के कारण खो बैठे। ([The Times of India][9])

* कई परिवारों को **लगातार कई बार मरम्मत**, **वारपीट निर्माण**, और **आर्थिक पुनर्बहाली** का बीड़ा उठाना पड़ा। 


## 📋 सारांश तालिका — प्रयागराज


| पहलू | स्थिति / प्रभाव |

| ---------------------- | ----------------------------------------------------------------- |

| प्रभावित लोग | \~60,000 विस्थापित, \~84,000 प्रभावित (UP में कुल) |

| जलस्तर | गंगा-यमुना दोनों लगभग 1 मी ऊपर खतरनाक स्तर से |

| मुख्य प्रभावित इलाके | Chhota Baghada, Karela Bagh, Phaphamau, Rasulabad आदि |

| अंतिम संस्कार बाधित | पारंपरिक घाट डूबे, इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम में लंबी कतारें |

| राहत व बचाव संचालन | NDRF/SDRF/PAC/Team‑11 सहित 230+ नावें, 23 शिविर, भोजन और चिकित्सा |

| पश्चात स्वास्थ्य जोखिम | जलजनित रोग, सांप, कीट, आर्थिक बोझ.


Comments